गौरोचन की सहायता से भोजपत्र पर लिखें और फिर सदाबहार फूलों के वृक्ष के नीचे शाम के समय गाड़ दें. शरीर के अंगो पर तिल के होने का महत्त्व भूत-प्रेत पिशाच-शाकिनी-डाकिनी यक्षणी-पूतना-मारी-महामारी, दैत्या-दैत्यानी, भूता-भूतिनी, दानव-दानिवी, नीशा चैरा शुचि-मुखा Goddess Devi was happy, you picked up your chanting beads thanked her https://chancerpdnt.bloggosite.com/41192183/the-smart-trick-of-photo-se-vashikaran-that-nobody-is-discussing