इसकी छाल एक मूल्यवान संकोचक पदार्थ है। यह कृमि नाशक और विष नाशक होती है। खांसी, ब्रोकाईटीज, अतिसार, रक्तातिसार, पित्त विकार, शरीर की जलन, बवासीर, धवल रोग, धातु पतन, जलोदर तथा उदर शोथ में भी लाभदायक हैं। और पढ़ें- दस्त रोकने में फायदेमंद गोखरू गर्मी में एक्सरसाइज के बाद https://clayton16s2q.blogsvirals.com/21327708/the-greatest-guide-to-बब-ल-क-फ-यद-और-न-कस-न