चौकी की के दायीं तरफ एक मिट्टी के दीपक में रूई की बाती और घी रखें। उसके सामने कुश का आसन पर इस तरह से बैठें कि आपका मुंह पूरब दिशा की ओर दीपक आपके बाई तरफ रहे। विद्या-अविद्या, सादि-कादि, अनादि ब्रह्म-स्वरूपिणी।। В России снова выросла статистика заболевания коронавирусом https://getsocialpr.com/story9852608/shatru-stambhan-prayog-fundamentals-explained